नई दिल्ली/टीम डिजिटल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी एक दिलचस्प मुकाबला कर रहे हैं। भारतीय मूल की कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप ने राजनीतिक हलचल पैदा की है। यह निर्णय है कि आखिर चुनावों का रुख किस तरफ होगा, जिस पर पूरी दुनिया की निगाह है। अमेरिकी जनता का मत अभी भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किसे राष्ट्रपति बनाएंगे।
“चुनावी हवा कभी इधर कभी उधर” की तरह। जनता द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि दोनों नेता अत्यधिक प्रतिस्पर्धी हैं। ट्रम्प की ताकत और भी मजबूत हो गई जब निर्दलीय उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने डोनाल्ड ट्रम्प का साथ देने का ऐलान किया। राजनीतिक विश्लेषकों का मत है कि डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता अमेरिका में सातवें आसमान पर थी जब तक जो बाइडेन अपनी उम्मीदवारी का प्रतिबिंब बन गया था। रवैया ही बदल गया जब बाइडेन ने जनता का रुख देखकर अपना निर्णय बदला। जब डेमोक्रिटिक पार्टी ने कमाल हैरिस को उम्मीदवार बनाया, तो उनकी लोकप्रियता ने मुकाबला कांटे में डाल दिया।
माना जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता कमला हैरिस की लोकप्रियता से कम होने लगी है। उन्हें ट्रंप पर आत्मघाती हमला और निर्दलीय उम्मीदवार रॉबर्ट का समर्थन और मजबूत करता है। इसलिए मुकाबला बहुत दिलचस्प है। वाल स्ट्रीट जर्नल के एक नवीनतम सर्वे के अनुसार, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का साथ 48 प्रतिशत वोटर्स है, जबकि ट्रंप का साथ 47 प्रतिशत वोटर्स है। क्वीनिपियाक यूनिवर्सिटी के एक और सर्वे में कमला हैरिस को 49 प्रतिशत का समर्थन मिल रहा है, जबकि ट्रंप 48 प्रतिशत से आगे चल रहा है।
साथ ही, सफ़ोल्क/यूएसए टुडे के एक सर्वे के अनुसार कमला हैरिस 48 प्रतिशत वोटर्स का सपोर्ट करती है, जबकि ट्रंप को 43 प्रतिशत का सपोर्ट मिलता है। 9 प्रतिशत वोटर्स किसी के पक्ष में नहीं हैं। सर्वे ने कहा कि अगस्त से अधिकांश आंकड़े स्थिर रहे हैं। हैरिस महिलाओं के बीच अच्छा लगता है। 13 प्वाइंट के साथ वह शीर्ष पर हैं। यही नहीं, कमला हैरिस के प्रदर्शन को 56 प्रतिशत मतदाताओं ने अच्छा माना है, जबकि 41 प्रतिशत ट्रंप के पक्ष में हैं। प्रमुख पदों पर भी कमला हैरिस ने बढ़त बनाए रखी है। बाइडेन से अधिक अच्छा प्रदर्शन करती दिखती हैरिस।
यद्यपि, ट्रंप ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर अग्रसर रहे हैं। ट्रंप ने मुद्रास्फीति और अर्थव्यवस्था में विश्वास के मामले में हर कैटगरी में हैरिस से 8 अंकों से बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्हें अमेरिका-मेक्सिको सीमा को हैंडल करने में 9 अंकों की बढ़त मिली है। 27 जून को होने वाली डिबेट से पहले, बाइडेन ट्रंप ने हार का सामना किया था। डेमोक्रिटेक के फिर से सत्ता में आने की उम्मीदें कम हो गईं, लेकिन बाइडेन के दौड़ से बाहर होने और हैरिस के आने से स्थिति पूरी तरह बदल गई।
अब कमला हैरिस पूरे देश में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं और उसे अधिक भरोसेमंद नेता के रूप में देखा जा रहा है। आने वाला हफ्ता महत्वपूर्ण होगा कि दोनों नेताओं का चुनावी अभियान कैसे चल रहा है। यह देखना होगा कि क्या हैरिस अपने प्रदर्शन को बरकरार रखती हैं या ट्रंप वापस आ जाएगा।