कर्नाटक में डेंगू बुखार तेजी से महामारी का रूप ले चुका है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में डेंगू के मामलों में भारी उछाल देखा गया है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जबकि निजी स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी दबाव बढ़ा हुआ है।
डेंगू के मामलों में इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण जलजमाव, साफ-सफाई की कमी, और मच्छरों की संख्या में इजाफा बताया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जिनमें साफ-सफाई के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है।
कितना लगेगा जुर्माना?
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो लोग अपने घर या आस-पास के क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या को दूर नहीं करेंगे, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। यह जुर्माना ₹500 से लेकर ₹5,000 तक हो सकता है, जो जलजमाव की स्थिति और क्षेत्र की सफाई के आधार पर तय किया जाएगा।
इसके अलावा, सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने या जलजमाव करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय निकायों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नियमित रूप से निरीक्षण करें और डेंगू के खिलाफ युद्धस्तर पर अभियान चलाएं।
सरकार की अपील
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखें और किसी भी तरह के जलजमाव से बचें। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि डेंगू की रोकथाम के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं और सभी को मच्छररोधी उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।
डेंगू के इस बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के साथ-साथ, प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में भी विशेष टीमें गठित की हैं।