दिल्ली/एजेंसी
कांग्रेस नेता एवं वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सरकार द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला तथाकथित ‘‘ब्रह्मास्त्र’’ जल्द ही नाकाम हो जाएगा, क्योंकि ‘‘धन शोधन रोकथाम अधिनियम की ढाल’’ में पहले से ही कई फायदे हो चुके हैं।
अगर कोई “प्रतिशोधी” सरकार हो तो क्या होगा?
विपक्षी नेताओं, जिनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल हैं, के वकील सिंघवी ने यह भी कहा कि नरेन्द्र मोदी की केंद्र सरकार धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) को ‘‘विकृत’’ कर रही है, इसलिए अदालतें प्रतिक्रिया दे रही हैं। सिंघवी ने कहा कि पीएमएलए के तहत केजरीवाल को तीन बार रिहाई का आदेश मिला है, लेकिन क्या होगा अगर कोई “प्रतिशोधी” सरकार है?
सिंघवी ने “पीटीआई-भाषा” से कहा, “जब पीएमएलए के तहत रिहाई मिलती है तो सीबीआई उन्हें (केजरीवाल) गिरफ्तार कर लेती है क्योंकि आप देरी करना चाहते हैं, यह उचित नहीं है। क्या आपने कभी सुना है कि सीबीआई ने किसी को पीएमएलए के तहत तीन बार गिरफ्तार कर लिया?:”
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘वे जानते हैं कि अंतत: वह (केजरीवाल) जमानत के हकदार हैं, लेकिन आपको इसमें देर करनी है, आप (भाजपा नीत सरकार) देर करके राजनीतिक लाभ लेना है। यह आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह या अन्य राजनीतिक दलों के साथ भी हुआ है..।उस प्रक्रिया में, हम गर्व से कह सकते हैं कि हमने पीएमएलए की ढाल में छह या सात महत्वपूर्ण दरार डाली हैं।:”